कैसे महिला ने अपने देवर के साथ अवैध संबंध के चलते एससी-एसटी कानून का दुरुपयोग कर फंसाया निर्दोष ब्राह्मण को?

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महिला के अपने ही देवर से थे अवैध सम्बन्ध, बेटे ने देख लिया तो उसका कत्ल कर एसी-एसटी एक्ट में फंसा दिया एक बेगुनाह ब्राह्मण को!


ये मामला मथुरा का है जहां पर एससी-एसटी कानून के दुरुपयोग का बहुत भीषण मामला सामने आया है!

दरअसल मथुरा में एक महिला जिसका नाम गुड्डी है के अवैध संबंध अपने देवर आकाश के साथ थे। एक बार संबंध बनाते समय महिला के 6 वर्ष के बेटे प्रिंस ने सबकुछ देख लिया, फिर अपने अवैध सम्बन्ध को छिपाने के लिये इसी माँ ने अपने प्रेमी देवर के साथ मिलकर अपने ही 6 वर्ष के बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को कुएँ में फेंक दिया!

फिर उसके देवर के दिमाग में एक और बेहद घटिया और घृणित विचार आया कि क्यों ना हत्या का आरोप पड़ोसी ब्राह्मण परिवार पर लगाकर एससी-एसटी एक्ट में फँसाकर मुआवजा भी ले लिया जाए। इसके बाद हत्या का आरोप निर्दोष ब्राह्मण परिवार पर लगा दिया।

हैरानी की बात यह है कि सरकार ने अनुसूचित जाति आयोग के द्वारा उसे 4 लाख 12 हजार रुपये भी दिलवा दिए!

मामले में पुलिस जांच चल रही थी जिसके बाद धीरे धीरे सारी परतें खुलनी शुरू हो गई। कई गवाहों ने बताया कि प्रिंस को आखिरी वक्त में उसके चाचा के साथ देखा गया था फिर उसके चाचा की कॉल रिकॉर्डिंग और फोन की जांच की गई, जांच में मिले सबूतों के बाद देवर भाभी के पवित्र रिश्ते को बदनाम करने वाले ये दोनों स्त्री पुरुष टूट गए और स्वीकार किया कि दोनों ने मिलकर प्रिंस की हत्या की थी।

इसके बाद एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष ब्रजलाल जी ने ये आदेश दिया कि जो मुआवजा इन्होंने हासिल किया है उसे दोबारा वसूला जाए।


लेकिन सवाल ये है कि ब्राह्मण या दूसरी जातियों को खलनायक बनाकर अपना उल्लू सीधा करने वाले लोग और हिंदुओं के बीच दरार डालकर अपनी राजनीति चमकाने वाले लोग आखिर कब सबक लेंगे और ऐसे कानून जिनका कभी भी दुरुपयोग किया जा सकता है, ऐसे कानून में आवश्यक संशोधन कर इनको सही से लागू किया जाना चाहिए और निर्दोष व्यक्ति या उसके परिवार को इसका मुवावजा मिलना चाहिए।

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