चंद्र बाबू नायडू सरकार ने आंध्रप्रदेश में वक़्फ़ बोर्ड को किया भंग। क्या यह मॉडल पूरे देश में लागू होगा?
By -तहक़ीक़ात
दिसंबर 02, 2024
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आंध्र प्रदेश में वक्फ बोर्ड भंग, क्या ये मॉडल पूरे देश में लागू होगा?
चंद्र बाबू नायडू की सरकार ने एक आदेश जारी किया है जिसमें स्टेट वक्फ बोर्ड को भंग कर दिया गया है। पिछली सरकार यानी वाईएसआर रेड्डी की सरकार ने वक्फ बोर्ड का गठन किया था।
लेकिन ये वक्फ बोर्ड अपना कामकाज ही नहीं कर पा रहा था। प्रमुख तौर पर इसकी दो वजहें थीं पहली तो ये कि वक्फ बोर्ड की कमेटी के सदस्य आपस में मिलकर स्टेट वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष का चुनाव ही नहीं कर पा रहे थे और दूसरी बड़ी वजह ये थी कि वक्फ बोर्ड की संवैधानिकता पर सवाल उठाते हुए कई याचिकाएं आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में दायर की गई थीं। इन याचिकाओं को योग्य मानते हुए आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने वक्फ बोर्ड के कामकाज पर भी स्टे लगा दिया था।
यानी आंध्र वक्फ बोर्ड जिसका निर्माण वाईएसआर रेड्डी की सरकार ने 2023 में किया था वो बिना किसी वजह के बैठे बैठे फालतू में तन्ख्वाह ले रहा था और इससे आंध्र सरकार पर अनावश्यक बोझ पड़ रहा था। यही वजह है कि इस पर कड़ा फैसला लेते हुए नायडू सरकार ने मौजूदा वक्फ बोर्ड को ही भंग कर दिया है। भविष्य में स्टेट वक्फ बोर्ड का निर्माण होता है या नहीं इसका भविष्य अब आंध्र हाईकोर्ट के फैसले पर ही निर्भर होगा।
बड़ी बात ये है कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रेसीडेंट और दारूल उलूम देवबंद के मौजूदा प्रिंसिपल अरशद मदनी ने चंद्रबाबू नायडू से ये अपील की थी कि अगर वो केंद्र के मौजूदा वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हैं तो मोदी सरकार से समर्थन वापस ले लीजिए लेकिन नायडू ने तो अरशद मदनी को धूल चटाते हुए स्टेट वक्फ बोर्ड को ही प्रतिबंधित कर दिया है।
आंध्र प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष विष्णु वर्धन रेड्डी और बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट करके नायडू सरकार के फैसले की तारीफ की है और ये कहा है कि वक्फ बोर्ड की भारत के संविधान के प्रावधनों में कोई जगह नहीं है इसीलिए इसे भंग करना उचित ही है। ये बयान पूरे देश में हिंदुओं की आशा बढ़ाने वाले हैं।
वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी ये नियम बना चुकी है कि अगर कोई वक्फ संपत्ति, आजादी के पहले से है तो उस संपत्ति के भी कागज वक्फ बोर्ड को दिखाने होंगे। योगी के इस फैसले की ज्यादा चर्चा अभी नहीं हुई है लेकिन भविष्य में ये वक्फ बोर्ड के गले की हड्डी बनने जा रहा है। महत्वपूर्ण बात ये भी है कि आंध्र प्रदेश में नायडू के साथ बीजेपी की गठबंधन सरकार है।
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